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Epson3110 Service Error

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  Epson l3110 Service Required Fix Problem Epson l3110 troubleshooting guide Epson l3110 Service Required  How to Fix All lights Blinking on the Printer (blinking ink and paper light) And End of Service Life Error. Learn Today How to reset the Printer with  The Epson L3110 resetter. The printer  showing an error red light blinking or all lights flashing is called a fatal error. This error is only for  Epson printers . How to solve the red light blinking in the Ink printer? Many printer users are facing all lights flashing. It’s a particular issue currently.  I see some of the people that had problems and a paper jam. Now you’re using the printer. Here you can face several red light blinking issues. Top 3 Problems of Epson l3110 Printer Epson L3110 Series Printer – 3 Reasons for All light blinking printer Epson L3110 Service Required – A printer is at the end of its service life please contact Epson Support.  Scanner Error – A Problem prevented the docu...

Paymanager DSC Installation & ActiveX Controls Setting

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  Contents     hide   1   Paymanager DSC Installation & ActiveX Controls Setting 2   DSC (DIGITAL SIGN) INSTALLATION PROCESS & ACTIVEX CONTROL SETTING 2.1   DOWNLOAD 2.2   Paymanager DSC Installation & ActiveX Controls Setting 3   Paymanager DSC Installation & ActiveX Controls Setting 4   Paymanager DSC Installation & ActiveX Controls Setting 5. Epson 3110 Resetter DSC (DIGITAL SIGN) INSTALLATION PROCESS & ACTIVEX CONTROL SETTING नोट: डिजिटल साइन के द्वारा पे मेनेजर से बिल बनाने के लिए आपके कम्प्युटर या लैपटाप में WINDOW 10 और Internet Explorer Version 11 (IE-11) होना चाहिए। बिल डिजिटल साइन करते समय आपको केवल इंटरनेट एक्सप्लोरर पर ही कार्य करना हैं , अन्य ब्राउज़र से बिल साइन नहीं होंगे।   सर्वप्रथम DDO द्वारा बनाया गया DSC (E-PASS) MODEM को हमारे सिस्टम में Install करेंगे DSC को USB PORT में लगाकर दिये गए विडियो में देखकर Install करें। यह एक सामान्य प्रक्रिया है। DOWNLOAD ACTIVEX CONTROL (E-SIGN PDF) AND INST...

यह किसान आंदोलन कहां तक उचित है?

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कोका कोला 1980 में भारत में आया और 11 Soft Drinks Indian/Other Brands पर कब्जा कर लिया.. बाकी को Pepsi ने ले लिया ! कोई विरोध, कोई शोर नहीं !  अमेजॉन लगभग हर शहर के बिजनेस व धर्म पर हमला कर रहा है ! कोई विरोध, कोई शोर नहीं !  Blue Dart, DHL & FedEx जैसी कोरियर सर्विस आई और अपने जहाज भी लाई। अब पूरे व्यवसाय पर कब्जा कर लिया ! कोई विरोध, कोई शोर नहीं !  चीनी और कोरियाई मोबाइल भारत में छा गये ! सबने लपालप कर के खरीदा..! कोई विरोध, कोई शोर नहीं !  Nestle, Maggi, ITC, Pepsi ने फार्म सेक्टर में प्रवेश किया ! कोई विरोध, कोई शोर नहीं !  Vehicles Mfg Industry, Two Wheelers वाहन और स्कूटर उद्योग में Honda, Hyundai इत्यादि ने अपना वर्चस्व जमाया, जबकि हमारे उद्योग काफी थे ! कोई विरोध, कोई शोर नहीं !  लेकिन भारत के अडानी, अंबानी जैसों के कृषि क्षेत्र में प्रवेश पर अचानक विरोध क्यों ? क्या वे जबरन हमारी फसल खरीद सकते हैं, कभी सोचा..?  नहीं..!! क्या Patanjali भारत के ल...

पाप का फल

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एक ब्राह्मण ने बगीचा लगाया। उसे बड़े मनोयोगपूर्वक सम्हालता, पेड़ लगाता, पानी देता। एक दिन गाय चरती हुई बाग में आ गई और लगाये हुए कुछ पेड़ चरने लगी। ब्राह्मण का ध्यान उस ओर गया तो उसे बड़ा क्रोध आया। उसने एक लठ्ठ लेकर उसे जोर से मारा। कोई चोट उस गाय पर इतने जोर से पड़ी कि वह वहीं मर गई। गाय को मरा जानकर ब्राह्मण बड़ा पछताया। कोई देख न ले इससे गाय को घसीट के पास ही बाग के बाहर डाल दिया। किन्तु पाप तो मनुष्य की आत्मा को कोंचता रहता है न। उसे सन्तोष नहीं हुआ और गौहत्या के पाप की चिन्ता ब्राह्मण पर सवार हो गई। बचपन में कुछ संस्कृत ब्राह्मण ने पढ़ी थी। उसी समय एक श्लोक उसमें पढ़ा जिसका आशय था कि हाथ इन्द्र की शक्ति प्रेरणा से काम करते हैं, अमुक अंग अमुक देवता से। अब तो उसने सोचा कि हाथ सारे काम इन्द्र शक्ति से करता है तो इन हाथों ने गाय को मारा है इसलिए इन्द्र ही गौहत्या का पापी है मैं नहीं? मनुष्य की बुद्धि की कैसी विचित्रता है जब मन जैसा चाहता है वैसे ही हाँककर बुद्धि से अपने अनुकूल विचार का निर्णय करा लेता है। अपने पाप कर्मों पर भी मिथ्या विचार करके अनुकूल निर्णय की चासनी चढ़ा...

गद्दार तीतर

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एक कहानी सुनी थी कि किसी￰ बाजार में एक चिड़ीमार तीतर बेच रहा था! उसके पास सी जाली वाली बक्से में बहुत सारे तीतर थे और एक छोटे से बक्से में सिर्फ एक तीतर किसी ग्राहक ने उससे पूछा एक तीतर कितने का है? तो उसने जवाब दिया, एक तीतर की कीमत 40 रूपये है! ग्राहक ने दूसरे बक्से में जो नन्हा तीतर: था उसकी कीमत पूछी तो तीतर वाले ने जवाब दिया! अव्वल तो मैं इसे बेचना ही नहीं चाहूंगा, लेकिन अगर आप लेने की जिद करोगे तो इसकी कीमत 500 रूपये होगी. ग्राहक ने आश्चर्य से पूछा, इसकी कीमत 500 रुपया क्यों? इस पर तीतर वाले का जवाब था,ये मेरा अपना पालतू तीतर है! और दूसरे तीतरो को जाल में फसाने का काम करता है और दूसरे सभी फंसे हुए तीतर है! ये चीख पुकार करके दूसरे तीतरो को बुलाता है और दूसरे तीतर बिना सोचे समझे एक जगह जमा हो जाते है और फिर मैं आसानी से शिकार कर पाता हूँ! इसके बाद फंसाने वाले तीतर को उसके मन पसंद की खुराक दे देता हूँ, जिससे ये खुश हो जाता है बस इस वजह से इसकी कीमत ज्यादा है! उस ग्राहक ने पूछा आप इतने सारे तीतर रोज कैसे पकड़ते हो  तो शिकारी दुकानदार बोला कि जब मैं जंगल से तीतर पकड़ कर ल...

जाट और मराठा साम्राज्य

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आगरा संग्रहालय के नाम पर एक बार फिर दो बड़ी शक्तियां आमने सामने हो गयी हैं। जब मुगल भारत मे आये थे तब राजधानियां बारी बारी से दिल्ली और आगरा में परिवर्तित कर रहे थे। आगरा किले में औरंगजेब ने छत्रपति शिवाजी महाराज को बंदी बनाया था मगर वे बच निकले थे। जिससे गुस्सा होकर औरंगजेब ने काशी विश्वनाथ का मंदिर तोड़ दिया था, जब यह बात राजगढ़ पहुँची तो शिवाजी महाराज बहुत दुखी हुए और उन्होंने प्रण लिया कि मंदिर पुनः स्थापित होगा और आगरा भी आजाद होगा। सन 1753 में भरतपुर के जाट राजा सूरजमल ने आगरा पर हमला किया, मुगलों और जाटों में युद्ध हुआ जाट विजयी हुए। महाराज ने आगरा में भयंकर नरसंहार किया, कई मुसलमानों ने तो महाराज सूरजमल के डर से दाढ़ी तक कटा ली ताकि जाटों से रक्षा हो सके।  महाराज सूरजमल ने ताजमहल तोड़ने का निश्चय किया मगर जब उसके सामने पहुँचे तो उसकी खूबसूरती देखकर योजना बदल ली और ताजमहल के बाहर लगे चाँदी के दरवाजे उखाड़ लिए। आगरा पर शासन मुगलों का था मगर विधान जाटों का चल रहा था, 1757 में मराठे उत्तर भारत मे आ गए। पेशवा रघुनाथ राव ने मुगलों को हराकर दिल्ली को स्वतंत्र किया। इसके बाद...

जीवन क्या है

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विश्वास ही जीवन है कुछ लोग अपनी पढाई 22 साल की उम्र में पुर्ण कर लेते हैं, मगर उनको कई सालों तक कोई अच्छी नौकरी नहीं मिलती, कुछ लोग 25 साल की उम्र में किसी कंपनी के सीईओ बन जाते हैं और 50 साल की उम्र में हमें पता चलता है वह नहीं रहे, जबकि कुछ लोग 50 साल की उम्र में सीईओ बनते हैं और 90 साल तक आनंदित रहते हैं, बेहतरीन रोज़गार होने के बावजूद कुछ लोग अभी तक अविवाहित है और कुछ लोग बिना रोज़गार के भी शादी कर चुके हैं और रोज़गार वालों से ज़्यादा खुश हैं। बराक ओबामा 55 साल की उम्र में रिटायर हो गये... जबकि ट्रंप 70 साल की उम्र में शुरुआत करते है, कुछ लोग परीक्षा में फेल हो जाने पर भी मुस्कुरा देते हैं और कुछ लोग एक नंबर कम आने पर भी रो देते हैं, किसी को बिना कोशिश के भी बहुत कुछ मिल गया और कुछ सारी ज़िंदगी बस एड़ियां ही रगड़ते रहे, इस दुनिया में हर व्यक्ति अपने टाइम ज़ोन की बुनियाद पर काम कर रहा है, वास्तविकता में हमें ऐसा लगता है कुछ लोग हमसे बहुत आगे निकल चुके हैं और शायद ऐसा भी लगता हो कुछ हमसे अभी तक पीछे हैं, लेकिन हर व्यक्ति अपनी अपनी जगह ठीक है अपने अपने समय के अनुसार....!! क...